कृषि में जल की बचत के लिए प्रभावी उपाय:

जल संरक्षण का मतलब है जल का संरक्षण या बचाव करना। यह प्रकिया पानी के संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करने, पानी को बचाने और जल की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए की जाती है। जल संरक्षण में जल के उपयोग को सीमित करना, जल की बर्बादी को रोकना और पानी के पुनः उपयोग के उपाय शामिल होते हैं, ताकि भविष्य में पानी की उपलब्धता बनी रहे और जल संकट से बचा जा सके|

भारत में कृषि पर निर्भर अधिकांश जनसंख्या के लिए जल एक महत्वपूर्ण संसाधन है, लेकिन तेजी से घटते जल स्रोत और बढ़ते पानी की मांग ने खेती के लिए जल संकट को गंभीर बना दिया है। जल की कमी के कारण भूमि की उर्वरता घट रही है और कृषि उत्पादन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इस समस्या का समाधान जल संरक्षण के प्रभावी तरीकों से संभव है। जल का उचित प्रबंधन और बचत न केवल किसानों की आय को बढ़ा सकता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है। इस पोस्ट में हम खेती में जल संरक्षण के कुछ प्रभावी तरीकों के बारे में चर्चा करेंगे।

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